सैलरी 1.5 लाख, केवल आना-जाना और काम कुछ नहीं... जानें शिक्षकों पर क्या बोले बीएसए


अलीगढ़: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अलीगढ़, राकेश सिंह ने शिक्षकों की भूमिका और उनके प्रति समाज में बन रही नकारात्मक धारणाओं को लेकर एक भावुक फेसबुक पोस्ट साझा किया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, "जब हम कहते हैं कि एक शिक्षक काम नहीं करता, कामचोर है, स्कूल नहीं जाता, बच्चों को नहीं पढ़ाता – तो हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमें यह बोलने लायक भाषा, तर्क और विवेक भी एक शिक्षक ने ही दिया है।"

बीएसए राकेश सिंह ने समाज को आत्ममंथन करने की सलाह देते हुए कहा, "जिस गुरु ने हमें चर और अचर जगत का ज्ञान दिया, उसी के बारे में हल्की टिप्पणी करना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है। ज्ञान तब भी राज करता था, आज भी करता है और कल भी करेगा।"

उन्होंने इस बात की आलोचना की कि कुछ लोग शिक्षकों को लेकर कहते हैं कि उनकी सैलरी लाखों में है लेकिन वे कोई काम नहीं करते। इस पर उन्होंने कहा, "जब हम कहते हैं कि शिक्षक कुछ नहीं करता, तो यह मत भूलिए कि हमें यह सोचने और बोलने की क्षमता भी शिक्षक के ज्ञान से ही मिली है।"

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बीएसए ने चेताया कि जब हम किसी पर उंगली उठाते हैं तो तीन उंगलियाँ हमारी ओर होती हैं और एक ऊपर की ओर, जो कहती है – कम से कम ईश्वर से डरिए। ऐसे में उन्होंने अपील की कि जो लोग शिक्षकों को लेकर नकारात्मक सोच रखते हैं, वे अपने भीतर झांकें और आत्मचिंतन करें।

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राकेश सिंह का यह संदेश शिक्षक समुदाय के प्रति सम्मान और समाज में उनके महत्व को पुनः स्थापित करने की एक ईमानदार कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। पोस्ट को शिक्षक समुदाय और आम लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं।

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