लखनऊ: विधान परिषद में समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य आशुतोष सिन्हा ने प्रश्नकाल के दौरान कार्यरत शिक्षा मित्रों को समान कार्य के लिए समान वेतन देने की मांग उठाई। इस पर बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने सदन को संबंधित तथ्यों से अवगत कराया।
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने सरकार को शिक्षा मित्रों के मानदेय बढ़ाने पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का निर्देश दिया।
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प्रदेश में 1.43 लाख शिक्षा मित्र तैनात
बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में कुल 1,43,450 शिक्षा मित्र (Shikshamitra) कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 30 दिसंबर 2019 के शासनादेश के तहत विवाहित महिला शिक्षा मित्रों को 6 माह के मातृत्व अवकाश की स्वीकृति दी गई है।
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इसके अलावा, शिक्षा मित्रों को संविदा वर्ष में अधिकतम 11 दिन का आकस्मिक अवकाश और 30 जनवरी 2020 के शासनादेश के तहत स्वैच्छिक सामूहिक स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ भी प्रदान किया गया है।
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सभापति के निर्देश के बाद अब देखना होगा कि सरकार शिक्षा मित्रों के वेतन संबंधी मांगों पर क्या निर्णय लेती है।
देखें शिक्षामित्रों के मुद्दे पर विधानसभा में सभापति ने क्या कहा