खगड़िया: जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों में कई स्कूलों तक जाने वाले रास्तों में अब भी पानी जमा है। इस पर संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन ने 18 स्कूलों में पठन-पाठन को 31 अगस्त तक स्थगित करने का आदेश जारी किया है। साथ ही सभी शिक्षकों को संबंधित बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स सेंटर) में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है।
दरअसल, पहले 20 अगस्त तक ही करीब 50 स्कूलों को बंद रखने का आदेश था। लेकिन रास्तों में पानी भरे रहने और नाव की समुचित व्यवस्था नहीं होने से शिक्षक-शिक्षिकाओं को आवागमन में कठिनाई हो रही थी। इस समस्या को अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद बीईओ की रिपोर्ट पर डीएम ने आदेश जारी किया।
सदर प्रखंड के छह स्कूलों तक जाने वाले रास्ते अब भी जलमग्न हैं। इनमें प्राइमरी स्कूल अंबाडीह, प्राइमरी स्कूल कारूमंडल टोला, प्राइमरी स्कूल सोसायटी टोला, मिडिल स्कूल मथार पश्चिम, प्राइमरी स्कूल जंगली मंडल टोला बरारी और उच्च माध्यमिक स्कूल नन्हकू मंडल टोला शामिल हैं। इन सभी जगहों पर बच्चों की पढ़ाई 31 अगस्त तक रुकी रहेगी और शिक्षक बीआरसी में उपस्थिति दर्ज करेंगे।
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वहीं, परबत्ता प्रखंड के 12 स्कूलों को भी 31 अगस्त तक बंद रखने का आदेश है। इनमें मिडिल स्कूल विशौनी, कन्या प्राइमरी स्कूल विशौनी, कन्या प्राइमरी स्कूल सलारपुर, प्राइमरी स्कूल शर्मा टोला तेमथा, मिडिल स्कूल सौढ़, प्राइमरी स्कूल कज्जलवन दियारा, जेआर हाईस्कूल सलारपुर, प्राइमरी स्कूल जागृति टोला डुमरिया खुर्द, हाईस्कूल नयागांव गोढ़ियासी, प्राइमरी स्कूल माधवपुर और प्राइमरी स्कूल अनुसूचित टोला भरसो शामिल हैं।
डीईओ अमरेन्द्र कुमार गोंड ने बताया कि बाढ़ प्रभावित 18 स्कूलों में पठन-पाठन को 31 अगस्त तक स्थगित किया गया है। शिक्षकों को संबंधित बीआरसी में उपस्थिति सुनिश्चित कराई जा रही है। वहीं बीईओ को निर्देश दिया गया है कि वे इन शिक्षकों को अन्य स्कूलों में पठन-पाठन कार्य में लगाएंगे।