बच्चों को स्कूल के लिए बुलाने पहुंचे सहायक अध्यापक का ग्रामीणों ने किया घेराव


रायपुर (पुवायां): 
प्राथमिक विद्यालयों के विलय के फैसले के खिलाफ रायपुर और चुरहा गांव के ग्रामीणों ने मंगलवार को ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया। रायपुर गांव में ग्रामीणों ने विद्यालय पहुंचे सहायक अध्यापक विचित्रमणि अग्निहोत्री का घेराव करते हुए बच्चों को दूसरे गांव के स्कूल में भेजने से साफ इनकार कर दिया।

रायपुर प्राथमिक विद्यालय में इस समय 47 बच्चों का नामांकन है। प्रशासन द्वारा इस स्कूल को दो किलोमीटर दूर स्थित इमलिया गांव के प्राथमिक विद्यालय में विलय कर दिया गया है। मंगलवार सुबह शिक्षक विचित्रमणि अग्निहोत्री ने जब बच्चों को इमलिया स्कूल चलने को कहा, तो ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। अभिभावकों ने कहा कि वे अपने बच्चों को इमलिया नहीं भेजेंगे और रायपुर में ही पढ़ाई की व्यवस्था की जानी चाहिए।

शिक्षक ने बताया कि कई बच्चों के पास जन्म प्रमाणपत्र और आधार कार्ड नहीं हैं, जिससे दस्तावेज़ी नामांकन में कठिनाई हो रही है। दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है कि दो किलोमीटर दूर भेजना छोटे बच्चों के लिए असुरक्षित है और यह निर्णय गांव की शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित करेगा।

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इसी तरह गांव चुरहा के ग्रामीणों ने अपने स्कूल को एक किलोमीटर दूर सुनारा बुजुर्ग गांव में विलय किए जाने पर विरोध जताया है। क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रवेश कुमारी, सचिन पटेल, प्रीति सागर, उर्मिला, सोनी और मीना सहित कई अभिभावकों ने कहा कि एक किलोमीटर का रास्ता छोटे बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि गांव में ही विद्यालय संचालित रखा जाए।

ग्रामीणों की स्पष्ट मांग है कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल विलय के फैसले पर पुनर्विचार किया जाए।

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