लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्र लंबे समय से मानदेय वृद्धि की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपते आ रहे हैं। शिक्षामित्रों ने सरकार के साथ लगातार संवाद बनाए रखा है। इसी बीच शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और रसोइयों के लिए कैशलेस इलाज सुविधा शुरू करने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों की मानदेय वृद्धि को लेकर भी कमेटी गठित हो चुकी है और रिपोर्ट आने के बाद जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
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इसी विषय पर विधान परिषद सदस्य श्रीचंद शर्मा ने भी शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के पक्ष में आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से इस विषय पर लगातार बैठकें होती रही हैं। श्री शर्मा ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान जब वे वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार में लगे थे, तभी उनकी मुलाकात जिला शिक्षा मित्र संघ के अध्यक्ष अजय सिंह और प्रदेश टीम से हुई। उन्होंने शिक्षामित्रों से अपील की थी कि विरोध प्रदर्शन की बजाय सरकार के साथ कंधा मिलाकर चलें, तभी समाधान संभव होगा।
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एमएलसी ने कहा कि शिक्षामित्रों से जो वादा किया गया था, उसे निभाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। सालों से बातचीत और बैठकें होती रही हैं और सरकार उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में गंभीरता से काम कर रही है।