प्रयागराज: बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में 28 मार्च 2005 से पूर्व शिक्षामित्र के रूप में नियुक्त और बाद में सहायक अध्यापक बने शिक्षकों ने पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर शिक्षा निदेशालय में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय का घेराव किया। यह प्रदर्शन संयुक्त समायोजित शिक्षक संघ के बैनर तले किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल हुए और जमकर नारेबाजी की।
संघ के पदाधिकारियों ने सचिव को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान संयुक्त सचिव मोहम्मद अल्ताफ ने शिक्षकों की मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
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संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सिंह ने बताया कि 28 जून 2024 को जारी शासनादेश के अनुसार, 28 मार्च 2005 से पूर्व विज्ञापित पदों पर नियुक्त शिक्षकों से पुरानी पेंशन के लिए विकल्प पत्र भरवाने का आदेश दिया गया है।
कई जिलों के बीएसए सक्रिय
कौशाम्बी, बस्ती, बलरामपुर, बांदा, चित्रकूट, गोरखपुर, जौनपुर, चंदौली, अमेठी, रायबरेली सहित कई जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। हालांकि, कुछ जिलों में बीएसए ने सचिव से मार्गदर्शन मांगा है लेकिन सचिव की ओर से निर्देश जारी न होने के चलते कई जिलों में अभी तक विकल्प पत्र नहीं भरवाए जा सके हैं।ये भी पढ़ें: यूपी के सरकारी स्कूलों में 5 से 6 साल के बच्चों के लिए 'यूकेजी' कक्षा शुरू करने की तैयारी, प्रस्ताव शासन को भेजा गया
प्रमुख शिक्षक प्रतिनिधि रहे मौजूद
इस मौके पर भूपेन्द्र यादव (चंदौली), गुरुचरण (बस्ती), गिरिजाशंकर शुक्ला (बलरामपुर), आशीष श्रीवास्तव (जौनपुर), जगवीर भाटी (नोएडा), कमलेश यादव (प्रयागराज), शैलेन्द्र शुक्ला (गोरखपुर), गिरजेश दादा (चंदौली), सर्वेश सिंह व बृजेश सिंह (सुल्तानपुर), विजय सिंह (अमेठी), वसीम अहमद, दशरथ भारती, कमलाकर सिंह, कौशलेश सिंह, सुमन्त भार्गव आदि शिक्षक नेता भी उपस्थित रहे।
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