उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संगठन एक बार फिर से प्रदेश के शिक्षामित्रों की समस्याओं के समाधान हेतु सक्रिय हो गया है। संगठन के पदाधिकारी लगातार शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे हैं ताकि शिक्षामित्रों की लंबे समय से चली आ रही समस्याओं को जल्द से जल्द हल कराया जा सके।
हाल ही में संगठन के पदाधिकारियों ने दिल्ली और लखनऊ में कई वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात की है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला ने बताया कि मूल विद्यालयों में वापसी और आर्थिक स्थिति के सुधार को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा बार-बार आश्वासन तो दिया गया, लेकिन 141 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
ये भी पढ़ें: शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही अब मानव सम्पदा पोर्टल के माध्यम से
शिव कुमार शुक्ला के अनुसार, माननीय मंत्री जोशी विनायक से मुलाकात के दौरान भी शिक्षामित्रों की समस्याओं पर चर्चा हुई और उन्होंने आश्वासन दिया कि यह प्रस्ताव मुख्यमंत्री तक पहुंच चुका है तथा जल्द निर्णय लिया जाएगा। अब संगठन मानसून सत्र से पहले एक व्यापक अभियान चलाने जा रहा है, जिसके अंतर्गत सभी विधायकों से संपर्क कर उन्हें ज्ञापन सौंपे जाएंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजे जाएंगे।
ये भी पढ़ें: अनुदेशकों के लिए महानिदेशक कार्यालय से आया बड़ा आदेश, जानें क्या कहा गया है
संगठन का कहना है कि अब जब सभी अधिकारी और जनप्रतिनिधि शिक्षामित्रों की समस्याओं से अवगत हैं, तो उन्हें हल करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके लिए संगठन विधायकों से सहमति पत्र भी एकत्र कर मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजेगा ताकि समस्या के समाधान में तेजी लाई जा सके।
ये भी पढ़ें: यूपी के सरकारी स्कूलों में 5 से 6 साल के बच्चों के लिए 'यूकेजी' कक्षा शुरू करने की तैयारी, प्रस्ताव शासन को भेजा गया
अंत में, शिव कुमार शुक्ला ने कहा कि संगठन अब हर स्तर पर प्रयास करेगा और जल्द ही आगे की रणनीति तय करने के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी।