प्रयागराज: बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भारी असंतुलन की स्थिति सामने आई है। जिले के 16,475 प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक आवश्यकता से अधिक (सरप्लस) पाए गए हैं, जबकि 39,536 विद्यालयों में प्रधानाध्यापक सरप्लस हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों की बात करें तो 4,145 स्कूलों में सहायक अध्यापक और 3,638 स्कूलों में प्रधानाध्यापक सरप्लस स्थिति में हैं।
शैक्षिक सत्र 2025-26 के लिए शिक्षकों के स्थानांतरण और समायोजन की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है। पोर्टल पर सरप्लस और रिक्त पदों की सूची जारी कर दी गई है। सूची के अनुसार जिले के 29,935 प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों और 14,245 में प्रधानाध्यापकों की आवश्यकता है। वहीं, 19,268 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक और 3,602 में प्रधानाध्यापकों की कमी है।
परिषद सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी के अनुसार, शिक्षक कम से कम एक और अधिकतम 25 सरप्लस विद्यालयों का विकल्प आवेदन में दे सकते हैं। इस बार प्रणाली को अधिक पारदर्शी बनाते हुए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया रखी गई है, हालांकि आवेदकों को बीएसए कार्यालय में ऑफलाइन आवेदन की छायाप्रति भी जमा करनी होगी।
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ऑनलाइन आवेदन के बाद बीएसए स्तर से डाटा सत्यापन और लॉकिंग की प्रक्रिया की जाएगी। इसके बाद एनआईसी, लखनऊ द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर से स्थानांतरण सूची जारी होगी। पूरी प्रक्रिया को 30 जून तक पूर्ण किया जाना है।
हालांकि सूची जारी करने में दो दिन की देरी हुई है, लेकिन संशोधित समय-सारिणी अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है, जिससे शिक्षकों में थोड़ी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि समायोजन की यह प्रक्रिया शिक्षक व्यवस्था को संतुलित करने की दिशा में अहम कदम साबित होगी।