यूपी के इस जिले में 69 हजार शिक्षक भर्ती में चयनित 20 शिक्षक बर्खास्त, मचा हड़कंप


Kushinagar: 69 हजार शिक्षक भर्ती में गलत जानकारी देकर चयन पाने वाले शिक्षकों पर बेसिक शिक्षा विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है। जिले में पिछले तीन चरणों में नियुक्त 2209 शिक्षकों में से 20 को बर्खास्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई मेरिट सूची और शैक्षणिक अर्हता में अंतर पाए जाने के बाद की गई है।

गलत मेरिट से हुआ चयन

वर्ष 2018 में शुरू हुई 69 हजार शिक्षक भर्ती के लिए 22 दिसंबर तक आवेदन की अंतिम तिथि थी। बीटीसी 2015 बैच के कई अभ्यर्थियों ने आवेदन के समय एक विषय में बैक होने के बावजूद उच्च मेरिट दिखाकर आवेदन कर दिया। बाद में बैक पेपर के अंक जुड़ने पर उनकी मेरिट नीचे हो गई, जिससे गड़बड़ी सामने आई। इसके बावजूद ऑनलाइन मेरिट के आधार पर इन्हें नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए।

कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई

इस गड़बड़ी को लेकर वंचित अभ्यर्थियों ने कोर्ट का रुख किया। कोर्ट के निर्देश पर बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र तिवारी ने बीएसए कुशीनगर को पत्र जारी कर जांच करने और दोषी शिक्षकों को चिन्हित कर बर्खास्त करने के आदेश दिए। सचिव के आदेश पर बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्य ने जांच के बाद 20 शिक्षकों को अर्हता पूरी न करने के आधार पर बर्खास्त कर दिया।

भर्ती में तैनात शिक्षकों में हड़कंप

एक साथ हुई इस कार्रवाई से जिले भर में हड़कंप मच गया है। अन्य चयनित शिक्षक भी अब दस्तावेजों की दोबारा जांच को लेकर चिंतित हैं।

ओबीसी आरक्षण मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित

इस भर्ती से जुड़ा ओबीसी आरक्षण का मामला भी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। सरकार ने पिछले वर्ष ओबीसी अभ्यर्थियों के लिए 6800 पदों की नई सूची जारी की थी, लेकिन मामला कोर्ट में होने से प्रक्रिया अधर में है। ओबीसी अभ्यर्थियों का आरोप है कि उनकी सीटों पर दूसरे वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्त किया गया है। 


तीन चरणों में हुई नियुक्ति

Teacher Recruitment Chart

बीएसए का बयान

बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्य ने कहा कि सचिव के निर्देश पर 20 शिक्षकों की जांच में उनकी मेरिट सूची में गड़बड़ी पाई गई, जिस कारण उन्हें बर्खास्त किया गया है। विभाग अब इस तरह की गड़बड़ी को लेकर और सतर्क है।

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