प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले का समापन महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान के साथ हो जाएगा। हालांकि, माघी पूर्णिमा के बाद साधु-संत, नागा साधु और कल्पवासी अपने-अपने स्थानों पर लौट चुके हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ अब भी संगम तट पर उमड़ रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 70 करोड़ से अधिक श्रद्धालु कुंभ स्नान कर चुके हैं, और संगम के प्रमुख घाटों पर श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है।
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कुंभ मेले की अवधि को लेकर बनी असमंजस की स्थिति
कुंभ मेले की अवधि को लेकर श्रद्धालुओं में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। कई लोगों को लग रहा है कि महाशिवरात्रि के बाद भी मेला जारी रहेगा, जबकि कुछ इसे अंतिम स्नान मान रहे हैं। इस संबंध में ज्योतिषाचार्य राकेश चतुर्वेदी का कहना है कि कुंभ मेला तब तक चलता है, जब तक सूर्य मकर राशि में रहते हैं। यह अवधि आमतौर पर पौष पूर्णिमा से माघ पूर्णिमा तक होती है, जो लगभग एक महीने की होती है। हालांकि, महाशिवरात्रि के दिन कुंभ स्नान को विशेष पुण्यदायी माना जाता है, इसलिए इस दिन भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान करते हैं।
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कुंभ मेले की अवधि नहीं बढ़ाई जाएगी
महाकुंभ की अवधि को आगे बढ़ाने को लेकर चल रही अफवाहों पर प्रशासन ने भी स्थिति स्पष्ट कर दी है। प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र मांदड ने सोशल मीडिया पर चल रही खबरों को अफवाह बताते हुए कहा है कि शासन और प्रशासन की ओर से मेले की अवधि बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे भ्रामक सूचनाओं पर ध्यान न दें।
इस प्रकार, महाशिवरात्रि के साथ कुंभ मेले का समापन हो जाएगा और इसके बाद संगम तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ धीरे-धीरे कम होने लगेगी।