कर्नाटक के मैंगलोर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पेट्रोल पंप के कर्मचारी ने क्यूआर कोड के जरिए दो साल में 58 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। मामला जिले के बंगराकुलुर स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप का है।
कैसे किया गबन?
आरोपी, मोहनदास, जो पेट्रोल पंप पर सुपरवाइजर के रूप में कार्यरत था, ने मार्च 2020 में पंप पर लगे असली क्यूआर कोड को हटा दिया और अपने बैंक अकाउंट का क्यूआर कोड लगा दिया। इसके बाद से ग्राहक द्वारा भुगतान की गई रकम सीधे उसके बैंक खाते में जाती रही। इस गबन का खुलासा तब हुआ जब पंप मालिक को वित्तीय अनियमितताओं का शक हुआ और जांच करवाई।
कौन है आरोपी?
मोहनदास, जो मैंगलोर के बाजपे का निवासी है, पिछले 15 वर्षों से इस पंप पर काम कर रहा था।
वह पंप के वित्तीय और प्रबंधन कार्यों की जिम्मेदारी संभालता था। उसने 10 मार्च 2020 से 31 जुलाई 2022 तक यह धोखाधड़ी की।
मामला दर्ज, आरोपी गिरफ्तार
पंप के मैनेजर संतोष मैथ्यू ने साइबर क्राइम एंड इकोनॉमिक स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने आरोपी मोहनदास को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि उसने 58 लाख रुपये का गबन किया।
पंप मालिकों को सतर्क रहने की जरूरत
यह घटना डिजिटल लेन-देन में सतर्कता बरतने की आवश्यकता को उजागर करती है। पंप मालिकों और व्यवसायियों को अपने वित्तीय लेन-देन की नियमित रूप से निगरानी करनी चाहिए, ताकि इस तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सके।
पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि आरोपी को कड़ी सजा मिले।