मंझनपुर: जिला अधिकारी (डीएम) मधुसूदन हुल्गी ने बुधवार को मूरतगंज विकास खंड के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण कर शैक्षिक और प्रशासनिक व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान लापरवाही सामने आने पर डीएम ने सख्त कदम उठाते हुए एक सहायक अध्यापिका की सेवा समाप्त करने और एक शिक्षामित्र का एक दिन का वेतन अवरुद्ध करने का निर्देश दिया।
प्राथमिक विद्यालय अरई सुमेरपुर
निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि विद्यालय में कुल छह शिक्षकों में से पांच शिक्षक उपस्थित थे। इनमें प्रधानाध्यापक सत्य नारायण यादव, सहायक अध्यापिका निकिता केसरवानी, रितिका सिंह, राम करण और आमिर उबैद शामिल हैं। शिक्षामित्र मालती कुशवाहा बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाई गईं।
विद्यालय में 255 नामांकित छात्रों में से केवल 65 छात्र ही उपस्थित पाए गए। छात्रों की कम उपस्थिति पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त की और प्रधानाध्यापक को छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास करने और साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। शिक्षामित्र मालती कुशवाहा का निरीक्षण दिवस का मानदेय रोकने के आदेश भी दिए।
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उच्च प्राथमिक विद्यालय अरई सुमेरपुर
यहां कुल तीन शिक्षकों में से प्रधानाध्यापिका सुचिता कुशवाहा और सहायक अध्यापक नरेश कुमार उपस्थित पाए गए, जबकि सहायक अध्यापिका अलका 22 दिनों से बिना सूचना के अनुपस्थित थीं। डीएम ने इस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी सेवा समाप्त करने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को दिए।
इस विद्यालय में 155 छात्रों के नामांकन के सापेक्ष केवल 55 छात्र उपस्थित मिले। छात्रों की कम उपस्थिति पर डीएम ने गहरी नाराजगी जताई और प्रधानाध्यापिका को उपस्थिति बढ़ाने और परिसर में साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
कार्रवाई से मचा हड़कंप
डीएम की सख्त कार्रवाई से बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी सिराथू अजेन्द्र कुमार भी मौजूद रहे। डीएम ने स्पष्ट किया कि विद्यालयों की व्यवस्था और छात्रों की उपस्थिति सुधारने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।