आंगनबाड़ी पर पोषाहार वितरण ना करने वा मिट्टी में दबाने का आरोप, जांच के बाद कार्यकत्री की सेवा समाप्त


Anganwadi Budaun News: उझानी ब्लॉक के गांव गिरधरपुर की आंगनबाड़ी कार्यकत्री पूनम सागर को पोषाहार वितरण में घोर लापरवाही और गबन के आरोपों में दोषी पाते हुए सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद कुमार ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी किया।

क्या था मामला?

गांव गिरधरपुर में आंगनबाड़ी कार्यकत्री पूनम सागर पर पांच महीने तक पोषाहार का वितरण न करने और उसे मिट्टी में दबाने का आरोप लगाया गया था। शिकायत के बाद जांच के दौरान पोषाहार सामग्री जैसे चना दाल, दलिया, और रिफाइंड तेल आदि खराब हालत में और कुछ मिट्टी में दबा हुआ पाया गया। 

जांच प्रक्रिया और परिणाम

शिकायत की गंभीरता को देखते हुए बीडीओ उझानी और सीडीपीओ वजीरगंज एवं कादरचौक की एक संयुक्त कमेटी का गठन किया गया। जांच में पाया गया कि कार्यकत्री ने पांच महीने तक पोषाहार वितरण नहीं किया, जिससे यह खराब हो गया।
कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर पूनम सागर का बयान लिया गया। उन्होंने दावा किया कि बारिश के कारण पोषाहार खराब हो गया था, इसलिए वितरण नहीं किया गया और मिट्टी में दबाने का प्रयास किया। 

प्रशासन का निर्णय

जांच रिपोर्ट और बयान के आधार पर पूनम सागर को दोषी मानते हुए उनकी संविदा सेवा समाप्त कर दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद कुमार ने कहा, "पोषाहार वितरण में लापरवाही और गबन के कारण यह निर्णय लिया गया है।"

निगरानी बढ़ाने की जरूरत

पोषाहार वितरण में लापरवाही की शिकायतें अन्य केंद्रों से भी आती रही हैं। इस घटना ने प्रशासन की ओर से निगरानी बढ़ाने और समय-समय पर निरीक्षण करने की आवश्यकता को उजागर किया है।

यह मामला न केवल प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है, बल्कि जरूरतमंद लाभार्थियों को मिलने वाले पोषाहार के महत्व पर भी सवाल खड़ा करता है।

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