Utter Pradesh, Shrawasti News: बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी कर रहे पांच सहायक शिक्षकों को सोमवार देर शाम बर्खास्त कर दिया गया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अजय कुमार गुप्ता ने इस कार्रवाई की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जांच में दोषी पाए गए शिक्षकों पर न केवल मुकदमा दर्ज कराया जाएगा, बल्कि अब तक प्राप्त वेतन की वसूली भी की जाएगी।
जांच में दोषी पाए गए शिक्षक:
1. विनोद कुमार - प्राथमिक विद्यालय, ददौरा
2. सतीश - प्राथमिक विद्यालय, नगईगांव
3. राहुल वर्मा - प्राथमिक विद्यालय, त्रिलोकपुर
4. कर्मवीर सिंह - प्राथमिक विद्यालय, जोगन भरिया
5. सुमित शर्मा - प्राथमिक विद्यालय, लक्ष्मनपुर मजगवां
2017 में दर्ज हुई थी शिकायत
बीएसए ने बताया कि इन शिक्षकों के खिलाफ 2017 में शिकायत दर्ज हुई थी, जिसमें कहा गया था कि ये सभी दूसरे के प्रमाणपत्र का उपयोग कर नौकरी कर रहे हैं। जांच में आरोप सही पाए गए।
शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई की गई।
पहले भी हुई है ऐसी कार्रवाई
जून माह में भी फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी कर रहे पांच शिक्षकों को बर्खास्त किया गया था। फिलहाल, अन्य पांच शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच जारी है।
बीएसए का बयान:
"फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी, जिसमें मुकदमा दर्ज कराने के साथ वेतन की रिकवरी भी शामिल है।"– अजय कुमार गुप्ता, बीएसए, श्रावस्ती
इस घटना ने शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े के मामलों पर कड़ी निगरानी और सख्त कार्रवाई की जरूरत को उजागर किया है।