उत्तर प्रदेश के लाखों टीईटी अभ्यर्थियों को योगी सरकार ने राहत दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस बार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के आवेदन शुल्क में कोई वृद्धि नहीं होगी।
शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से आवेदन शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, लेकिन इसकी जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लिया। उन्होंने अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि अभ्यर्थियों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं डाला जाएगा। परीक्षार्थियों की सुविधा सर्वोपरि है, इसलिए शुल्क यथावत रखा जाएगा।
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फिलहाल टीईटी आवेदन शुल्क 600 रुपए है। यदि शुल्क बढ़ाया जाता, तो लाखों अभ्यर्थियों को अतिरिक्त राशि चुकानी पड़ती। सरकार के इस फैसले से परीक्षार्थियों ने राहत की सांस ली है।
बताया जा रहा है कि आयोग की ओर से अगले वर्ष 29 और 30 जनवरी को टीईटी परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव रखा गया है।
अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम योग्यता बीएड या डीएलएड जैसी डिग्रियां तय की गई हैं। गौरतलब है कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कक्षा एक से आठ तक के शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्य कर दिया है।