शिक्षामित्रों की सेवानिवृत्ति 62 साल हो, स्वास्थ्य बीमा और अवकाश सुविधाएं बढ़ाई जाएं



UP Shikshamitra News: उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत शिक्षामित्र (Shiksha Mitra) अपनी सेवाएं निष्ठा से दे रहे हैं, लेकिन कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। उनकी सबसे बड़ी मांग सेवानिवृत्ति (Retirement) की उम्र को 62 वर्ष करने की है, क्योंकि वर्तमान में उन्हें 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्त कर दिया जाता है, जबकि नियमित शिक्षकों (Regular Teachers) की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष है। शिक्षामित्रों का कहना है कि दो साल पहले सेवानिवृत्त कर देना और कम वेतन (Salary) देना अनुचित है।

स्वास्थ्य सुविधाएं और अवकाश की मांग

शिक्षामित्रों ने अवकाश (Leave) और स्वास्थ्य (Health) सुविधाओं को लेकर भी चिंता जताई। वर्तमान में उन्हें केवल 11 आकस्मिक अवकाश (Casual Leave) मिलती है, जिसका उपयोग आकस्मिक स्थिति (Emergency Situation) या बीमारी (Illness) में करना पड़ता है। यदि अतिरिक्त अवकाश लेना पड़े तो उनके वेतन से कटौती (Deduction) कर दी जाती है। इसके अलावा, किसी भी प्रकार की चिकित्सीय अवकाश (Medical Leave) की सुविधा नहीं दी गई है। शिक्षामित्रों का कहना है कि यदि वे किसी स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) योजना से जुड़े हों, तो उन्हें बीमारी के दौरान आर्थिक राहत (Financial Relief) मिल सकती है।

ये भी पढ़ें: 8वें वेतन आयोग: चपरासी, शिक्षक से लेकर IAS तक, जानें आपके लेवल पर कितनी बढ़ेगी बेसिक सैलरी 

करियर ग्रोथ और तबादले की मांग

शिक्षामित्रों को पदोन्नति (Promotion) की कोई सुविधा नहीं मिलती, जिससे उनके करियर (Career) की वृद्धि रुक जाती है। वर्षों तक एक ही पद (Position) पर कार्य करने से उनके मनोबल (Morale) पर असर पड़ता है। इसके अलावा, उन्होंने स्थानांतरण (Transfer) नीति लागू करने की मांग की है। कई शिक्षामित्र ऐसे हैं, जिन्हें अपने विद्यालय (School) तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी (Long Distance) तय करनी पड़ती है। उन्होंने घर के नजदीक स्थानांतरण की सुविधा देने की अपील (Appeal) की है।

ये भी पढ़ें:सुप्रीम कोर्ट का फैसला: स्थायी कर्मियों की तरह काम करने वालें समान वेतन के हकदार 

गैर-शैक्षणिक कार्यों का बढ़ता बोझ

शिक्षामित्रों का कहना है कि उन्हें शिक्षण (Teaching) के अलावा अन्य प्रशासनिक कार्यों (Administrative Tasks) में भी लगा दिया जाता है, जिससे उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी (Primary Responsibility) प्रभावित होती है। जनगणना (Census), मतदाता सूची अद्यतन (Voter List Update), बीएलओ कार्य (BLO Work), सर्वेक्षण (Survey) और मध्यान्ह भोजन प्रबंधन (Mid-Day Meal Management) जैसी अतिरिक्त जिम्मेदारियां उनके मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही हैं।

ये भी पढ़ें: शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के मानदेय वृद्धि की बजट में हो घोषणा 

सरकार से अपील

शिक्षामित्रों ने सरकार (Government) से मांग की है कि उनकी सेवानिवृत्ति आयु 62 साल की जाए, स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ा जाए और चिकित्सीय अवकाश की सुविधा दी जाए। इसके अलावा, पदोन्नति और स्थानांतरण की स्पष्ट नीति (Clear Policy) बनाई जाए ताकि वे सम्मानजनक रूप से अपनी सेवाएं दे सकें।

Post a Comment

Previous Post Next Post