राजद नेता मनोज झा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस आरोप पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा के इशारे पर बिहार के लोगों के नाम मतदाता सूची में जोड़े जा रहे हैं। झा ने कहा कि बिहार के लोग अगर एक दिन भी काम करना बंद कर दें, तो देश की धड़कन रुक जाएगी।
उन्होंने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि इस तरह की शिकायतें पहले भी महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में आई हैं। इसे रोकने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है।
मणिपुर पर केंद्र सरकार को घेरा
मनोज झा ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राज्य में लंबे समय से दंगे हो रहे हैं और समुदायों के बीच की खाई को पाटना अब चुनौतीपूर्ण हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने इस गंभीर स्थिति को नजरअंदाज किया और अब जाकर राष्ट्रपति शासन लागू किया गया।
"मणिपुर क्यों नहीं जाते प्रधानमंत्री?"
झा ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर क्यों नहीं जाते। उन्होंने कहा कि पीएम के वहां जाने से लोगों के जख्मों पर मरहम लगेगा, लेकिन केंद्र सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। उन्होंने मांग की कि सरकार जल्द से जल्द मणिपुर में लोकतंत्र बहाल करने के लिए ठोस प्रयास करे।