निपुण भारत विद्यालय आकलन और डी.एल.एड प्रशिक्षुओं की भूमिका; PDF डाउनलोड करें


भारत सरकार द्वारा शिक्षा में गुणवत्ता सुधार हेतु "निपुण भारत" (National Initiative for Proficiency in Reading with Understanding and Numeracy) मिशन शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य बच्चों को तीसरी कक्षा तक बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (FLN) में निपुण बनाना है। इसके तहत दिसंबर 2024 और फरवरी 2025 में डी.एल.एड प्रशिक्षुओं के माध्यम से निपुण विद्यालय आकलन आयोजित किया जाएगा।


मुख्य उद्देश्य और दक्षताएँ

1. साक्षरता में दक्षता: बच्चों की पढ़ने, समझने और लिखने की क्षमता को मापा जाएगा।

2. गणना और संख्या ज्ञान: बच्चों की गणना, जोड़ों और घटाव जैसी बुनियादी गणितीय दक्षताओं का परीक्षण किया जाएगा।

3. कार्यात्मक ज्ञान: बच्चों में संज्ञानात्मक और व्यवहारिक कौशल का आकलन।

डी.एल.एड प्रशिक्षुओं की भूमिका:

  • प्रशिक्षु विद्यालयों में आकलन प्रक्रिया को सुचारु रूप से संपन्न करेंगे।
  • बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए निष्पक्ष आकलन सुनिश्चित करेंगे।
  • डेटा संग्रह और रिपोर्ट तैयार करने में सहायता प्रदान करेंगे।
यह आकलन शिक्षकों और नीति-निर्माताओं को बच्चों की कमजोरियों और प्रगति को समझने में मदद करेगा, जिससे शिक्षा प्रणाली में सुधार लाया जा सके।

नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके निपुण भारत आकलन से संबंधित PDF डाउनलोड करें:

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