Bihar Teacher News, Muzaffarpur: बीपीएससी द्वारा अनुशंसित हेडमास्टर पद के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया 20 दिसंबर से शुरू होगी। काउंसलिंग डीआरसीसी, सिकंदरपुर में आयोजित की जाएगी, जिसमें मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और शिवहर जिलों के 900 से अधिक शिक्षक शामिल होंगे। काउंसलिंग प्रक्रिया में दस वर्षों का सैलरी स्टेटमेंट अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करना होगा। इसके बिना काउंसलिंग की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी।
अनुभव का सत्यापन सैलरी स्टेटमेंट से होगा
जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि निजी विद्यालयों के शिक्षकों के कागजात का सत्यापन सटीकता से किया जाए। हेडमास्टर पद के लिए दस वर्ष का अनुभव आवश्यक है, जिसका सत्यापन सैलरी स्टेटमेंट के आधार पर किया जाएगा। निजी विद्यालयों के शिक्षकों को काउंसलिंग के दौरान अपने दस वर्षों का सैलरी स्टेटमेंट जमा करना अनिवार्य होगा।
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प्रमाण पत्रों की संख्या अधिक, बढ़ेंगे काउंटर
प्रधान शिक्षक की तुलना में हेडमास्टर काउंसलिंग के लिए प्रमाण पत्रों की संख्या अधिक होने के कारण काउंटर की संख्या बढ़ाए जाने की संभावना है। क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने काउंसलिंग के दौरान टीम में किसी भी प्रकार के बदलाव पर रोक लगाई है। वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को काउंटर और कर्मचारियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्लॉट की सूचना मोबाइल पर मिलेगी
काउंसलिंग स्लॉट का निर्धारण विभागीय स्तर पर किया जाएगा। शिक्षकों को उनके स्लॉट की जानकारी मोबाइल पर दी जाएगी।
निर्देश जारी
प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने काउंसलिंग प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए निर्देश जारी किए हैं। आयोग द्वारा अनुशंसित अभ्यर्थियों को जिला आवंटन की प्रक्रिया चल रही है, जिसकी सूचना समय पर अभ्यर्थियों को दी जाएगी।