तीन शिक्षिकाएं फर्जीगिरी की वजह से फंसी, शिक्षा विभाग ने बर्खास्तगी का दिया आदेश


जहानाबाद: घोसी प्रखंड में तीन शिक्षिकाओं की नौकरी फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर रद्द की जा रही है। ये शिक्षिकाएं क्रमशः उत्क्रमित मध्य विद्यालय शाहपुर, माधोपुर और दरियापुर में कार्यरत थीं। शिक्षा विभाग ने इनकी नियुक्ति को फर्जी मानते हुए तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया है।

क्या है मामला?

माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जांच के बाद पुष्टि की कि शाहपुर की शिक्षिका बबीता कुमारी, माधोपुर की ममता कुमारी, और दरियापुर की पल्लवी कुमारी ने झूठे दस्तावेज प्रस्तुत कर नौकरी प्राप्त की थी। इसके बाद डीडीसी धनंजय कुमार ने प्रखंड विकास पदाधिकारी और प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई के सदस्य सचिव को इन शिक्षिकाओं की सेवाएं समाप्त करने का निर्देश दिया।


जांच और आगे की कार्रवाई

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीडीसी को सूचित किया। डीडीसी ने तुरंत नियोजन रद्द करने और जिला शिक्षा पदाधिकारी को रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए। इसके साथ ही, अन्य शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं।


अन्य मामलों की भी जांच होगी

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मध्य विद्यालय कोरमा के अप्रशिक्षित शिक्षक अरविंद चौधरी की सेवा समाप्ति में अनदेखी को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी पर कार्रवाई की सिफारिश की है। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि कोई भी फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से नौकरी न पा सके।


सतर्कता की अपील

शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों और संबंधित अधिकारियों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने का निर्देश दिया है। इस कार्रवाई का उद्देश्य सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता और ईमानदारी सुनिश्चित करना है।

यह मामला शिक्षा क्षेत्र में फर्जीवाड़े के खिलाफ सख्त कदम का उदाहरण है। विभाग ने यह साफ कर दिया है कि भविष्य में भी ऐसी किसी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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