Fact Check : क्या फेसबुक सच में बदल रहा है अपनी प्राइवेसी पॉलिसी, कॉपी पेस्ट करने से पहले जान लें सच्चाई


Fact Check: सोशल मीडिया पर आए दिन तरह-तरह के मैसेज वायरल होते रहते हैं। जिनकी सच्चाई जाने बिना लोग इसे धड़ाधड़ सोशल मीडिया पर शेयर कर देते हैं। कभी व्हाट्सएप पर मैसेज शेयर करने पर बैटरी फुल चार्ज होने का मैसेज भेजा जाता है। तो कभी 10 लोगों को फॉरवर्ड करो वरना आपके साथ बुरा होगा ऐसा मैसेज शेर किया जाता है। लोग इन मैसेजों पर आंख मूंद कर भरोसा कर लेते हैं और अंधाधुंध भेजने में लग जाते हैं। आजकल एक ऐसा ही मैसेज फेसबुक पर तेजी से वायरल किया जा रहा है। लोग इस मैसेज को कॉपी पेस्ट करके अपने टाइमलाइन पर शेयर कर रहे हैं।

Facebook Privacy Policy Change Viral Massage: आज सुबह फेसबुक खोलते ही देखा कि लोगों ने एक पोस्ट शेयर करने की रेल‌ बना ली है। सब इस तरह की एक ही पोस्ट को सिर्फ अपना नाम बदलकर शेयर कर रहे हैं। पोस्ट पर थोड़ा ध्यान दिया तो लिखा था,‌ मैं ( नाम ) फेसबुक को अपनी तस्वीरों, अपनी जानकारी या अपने प्रकाशनों, अतीत और भविष्य दोनों, मैं या मेरी या जहां मैं दिखाई देता हूं, का उपयोग करने की अनुमति नहीं दे सकता हूं। इस कथन के अनुसार, मैं फेसबुक को अपना नोटिस दे रहा हूं (Notice ) कि इस प्रोफ़ाइल और/या इसकी सामग्री के आधार पर मेरी जानकारी, फ़ोटो का खुलासा करना, कॉपी करना, वितरित कर देना, बेचना या मेरे खिलाफ कोई अन्य कार्रवाई करना सख्त वर्जित है। इस प्रोफ़ाइल की सामग्री निजी है और गोपनीय जानकारी। गोपनीयता का उल्लंघन कानून द्वारा दंडित किया जा सकता है (यूसीसी 1-308-1 1 308-103 और( भारतीय क़ानून)

नोट: फेसबुक अब एक सार्वजनिक संस्था है। सभी सदस्यों को इस तरह का एक नोट अवश्य पोस्ट करना चाहिए। यदि आप चाहें, तो आप इस संस्करण को कॉपी और पेस्ट कर सकते हैं। यदि आप कम से कम एक बार कोई बयान प्रकाशित नहीं करते हैं, तो आपने अपनी तस्वीरों के उपयोग की अनुमति देने के साथ-साथ प्रोफ़ाइल की स्थिति के अपडेट में निहित जानकारी के लिए मौन सहमति दे दी गई है !#FacebookCEO

इस मैसेज को सच मानकर लोग कभी पेस्ट कर रहे हैं। लेकिन इसका सच कोई नहीं जानना चाहता। अगर लोग शेयर करने से पहले एक बार सच जानने की कोशिश करते तो ऐसे मैसेज को वायरल होने से रोका जा सकता है।

Facebook Privacy Policy Change Viral News Fact Check ( फैक्ट चेक )

इस मैसेज की जांच करने के बाद हमें पता लगा की फेसबुक की ओर से ऐसा कोई बयान जारी नहीं किया गया है जिससे यह पुष्टि होती होगी फेसबुक अपनी प्राइवेसी पॉलिसी बदलने जा रहा है। हम आपको स्पष्ट कर दें की फेसबुक पर वायरल हो रहा मैसेज एकदम फर्जी है। और ऐसा नहीं है कि यह मैसेज पहली बार वायरल हो रहा है। कोरोना के समय भी अलग-अलग समय पर यह मैसेज लगातार वायरल हो रहा था। 2012 में फेसबुक ने इस तरह के मैसेज का खंडन भी किया था। फेसबुक के न्यूज़ रूम सेक्शन फेसबुक में 27 नवंबर 2012 को जारी बयान में बताया था कि इस तरह के मैसेज अफवाह हैं।

लेकिन अगर आप अपने प्राइवेसी को लेकर सच में चिंतित हैं तो इस तरह की कॉपी पेस्ट वाले मैसेज के चक्कर में न पड़कर सच पता करने की कोशिश करें।