लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार की आज होने वाली कैबिनेट बैठक को शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लंबे समय से मानदेय वृद्धि और टीईटी नीति को लेकर संघर्ष कर रहे शिक्षामित्र व अनुदेशक आज बड़ी उम्मीद लगाए बैठे हैं।
हाल ही में इस मुद्दे पर हुई बहस के दौरान भाजपा प्रवक्ता मनोज पंडित ने कहा कि सरकार इस विषय पर गंभीरता से विचार कर रही है और सकारात्मक निर्णय की पूरी संभावना है। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि “कल एक अच्छा निर्णय जरूर सुनने को मिलेगा। मुख्यमंत्री का बहुत बड़ा दिल है और उनकी मंशा है कि शिक्षामित्रों, अनुदेशकों समेत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी राहत दी जाए।”
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी स्वीकार किया कि ₹10,000 की आय में घर चलाना मुश्किल है और यही वजह है कि सरकार ने इस विषय पर उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है।
यदि आज का फैसला सकारात्मक रहा, तो लाखों शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को सीधा लाभ मिलेगा। पूरे प्रदेश की शिक्षामित्र संगठन सरकार से त्वरित और ठोस निर्णय की अपील कर चुके हैं।
अब सबकी निगाहें कैबिनेट बैठक पर टिकी हैं—क्या सरकार शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को बड़ा तोहफ़ा देगी?