धर्म डेस्क, नई दिल्ली: हिंदू पंचांग (Hindu Calendar) के अनुसार आषाढ़ पूर्णिमा (Ashadha Purnima) के बाद आरंभ होने वाला सावन का महीना (Sawan Month) भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित होता है। यह समय शिवभक्तों (Shiv Devotees) के लिए अत्यंत विशेष होता है क्योंकि इस दौरान भोलेनाथ (Bholenath) की आराधना करने से मनचाहा वरदान (Blessings) मिल सकता है। वर्ष 2025 में सावन माह की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है, जो महादेव (Mahadev) की भक्ति में लीन होने का उत्तम अवसर है।
सावन 2025 कब से शुरू होगा? (Sawan 2025 Start Date)
वैदिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ पूर्णिमा तिथि 11 जुलाई 2025 को देर रात 02:06 बजे से प्रारंभ होकर 12 जुलाई को रात 02:08 बजे समाप्त होगी। इस आधार पर 11 जुलाई से सावन माह (Sawan Month 2025) की शुरुआत मानी जा रही है।
ये भी पढ़ें: घर में ऐसा बेड रखने से बढ़ती हैं परेशानियां, झगड़े और पैसों की तंगी का बनता है कारण
सावन में व्रत का महत्व (Importance of Sawan Vrat)
सावन में विशेषकर सोमवार (Sawan Somwar) और मंगलवार (Mangalwar Vrat) का व्रत रखने का विशेष महत्व होता है:
- सोमवार व्रत (Monday Fast): शिवजी को प्रसन्न करने और जीवन में सुख-शांति (Peace and Prosperity) पाने के लिए।
- मंगलवार व्रत (Tuesday Fast): कुंवारी कन्याएं अच्छे वर (Ideal Groom) की प्राप्ति और वैवाहिक बाधाओं से मुक्ति के लिए करती हैं।
सावन में पूजा कैसे करें? (How to Worship in Sawan)
शिवभक्त इस पूरे महीने पूजा-पाठ (Daily Worship), व्रत और जलाभिषेक (Jal Abhishek) के माध्यम से भगवान शिव को प्रसन्न करते हैं। यदि आप भी सावन में पूजा करना चाहते हैं तो इन बातों का ध्यान रखें:
- प्रातःकाल स्नान (Morning Bath) के बाद शिवलिंग का अभिषेक करें।
- गंगाजल (Ganga Water), कच्चा दूध (Raw Milk), शहद (Honey), बेलपत्र (Bel Leaves), सफेद फूल (White Flowers) आदि अर्पित करें।
- ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र (Shiv Mantra) का जाप या शिव चालीसा (Shiv Chalisa) का पाठ करें।
- संयमित आहार (Sattvik Food) लें और सात्विक जीवन शैली (Spiritual Lifestyle) अपनाएं।
- अन्न, वस्त्र और धन (Food, Clothes, Money) का दान करें।
शुभ समय (Auspicious Time)
- ब्रह्म मुहूर्त (Brahma Muhurat): सुबह 04:10 बजे से 04:51 बजे तक
इस समय पूजा-अर्चना विशेष फलदायी मानी जाती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
सावन का महीना श्रद्धा (Faith), भक्ति (Devotion) और संयम (Discipline) का प्रतीक है। यह वह समय है जब साधक भगवान शिव की आराधना के माध्यम से जीवन की बाधाओं (Life Obstacles) को दूर कर सकते हैं। 11 जुलाई 2025 से प्रारंभ हो रहे इस पावन महीने में आप भी शिवभक्ति में लीन होकर उनके आशीर्वाद (Blessings of Lord Shiva) के पात्र बन सकते हैं।