शिक्षकों का ग्रीष्मावकाश बढ़ाने की मांग पर सियासी समर्थन तेज, छह नेताओं ने सीएम को लिखा पत्र


प्रयागराज: कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों की गर्मी की छुट्टियां 30 जून तक बढ़ाने के आदेश के बाद अब शिक्षकों को भी इसी अवधि तक अवकाश देने की मांग जोर पकड़ रही है। शासन ने भले ही बच्चों की छुट्टी बढ़ा दी हो, लेकिन शिक्षकों को स्कूल आने का आदेश जारी कर दिया गया है, जिससे शिक्षा जगत में हलचल मच गई है।

पहली बार एक साथ छह जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर शिक्षकों को भी 30 जून तक का अवकाश दिए जाने की मांग की है। इन नेताओं में कौशाम्बी से सपा सांसद पुष्पेंद्र सरोज, विधान परिषद की प्रश्न एवं संदर्भ समिति के सभापति राजबहादुर सिंह चंदेल, भाजपा एमएलसी डॉ. बाबूलाल तिवारी, एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह, एमएलसी आशुतोष सिन्हा और एमएलसी अवनीश कुमार सिंह शामिल हैं।

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सांसद पुष्पेंद्र सरोज ने 15 जून को भेजे पत्र में लिखा कि जब बच्चों के लिए स्कूल 1 जुलाई से खुलने हैं, तो शिक्षकों को पहले बुलाने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ती गर्मी और दूर-दराज के स्कूलों में आवाजाही शिक्षकों के लिए जोखिम भरा और अनावश्यक है। स्मार्टफोन की मदद से प्रशासनिक कार्य घर से ही पूरे किए जा सकते हैं।

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सूत्रों के मुताबिक, इन पत्रों के पीछे स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के आगामी चुनाव भी एक कारण हो सकते हैं। परिषदीय शिक्षक इस चुनाव में बड़ी भूमिका निभाते हैं और उनकी नाराजगी राजनीतिक नुकसान भी पहुंचा सकती है। इसीलिए शिक्षकों का विश्वास जीतने की कवायद के तहत जनप्रतिनिधियों ने यह पहल की है।

शिक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुपों में यह खबर तेजी से वायरल हो रही है और अधिकतर शिक्षक इस समर्थन से आश्चर्यचकित हैं। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री इस मांग पर क्या निर्णय लेते हैं।

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