सरकारी स्कूलों के समेकन (मर्जर) की प्रक्रिया अब तेज़ होती दिख रही है। राज्य सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई छोटे स्कूलों को एकीकृत करने का निर्णय लिया गया है। इस क्रम में एक जिले में पहला सरकारी विद्यालय मर्ज कर दिया गया है।
इस फैसले के पीछे मुख्य कारण स्कूलों में बच्चों की कम संख्या, संसाधनों की कमी, और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना बताया जा रहा है। मर्ज किए गए विद्यालयों में अब एक साथ बेहतर शिक्षक, सुविधाएं और पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी, जिससे छात्रों को अधिक लाभ मिलने की उम्मीद है।
हालांकि, कुछ अभिभावकों और ग्रामीणों ने इस निर्णय पर चिंता जताई है कि इससे बच्चों को दूर के स्कूल में जाना पड़ेगा। वहीं, शिक्षा विभाग का दावा है कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा।
इस मुद्दे पर अधिक जानकारी के लिए नीचे दिया गया वीडियो देखें: