वरईपार (जौनपुर): मछलीशहर विकास खंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में शीतकालीन अवकाश के दौरान भी शिक्षकों की सक्रियता और समर्पण देखने को मिल रही है। शिक्षकों ने बच्चों की पढ़ाई का क्रम बनाए रखने के लिए अनूठी पहल की है। वे न केवल अभिभावकों के मोबाइल फोन पर शिक्षण सामग्री भेज रहे हैं, बल्कि कुछ शिक्षक बच्चों के घर जाकर उन्हें गृहकार्य भी दे रहे हैं।
डिजिटल माध्यमों का हो रहा उपयोग
एआरपी डॉ. संतोष तिवारी ने बताया कि प्रधानमंत्री ई-विद्या चैनल और दीक्षा ऐप जैसे डिजिटल माध्यमों के प्रति बच्चों और अभिभावकों को जागरूक किया जा रहा है। शिक्षण सामग्री के साथ-साथ वीडियो, प्रश्नोत्तरी, और अभ्यास कार्य भी भेजे जा रहे हैं।
शिक्षक कर रहे व्यक्तिगत संपर्क
डॉ. तिवारी ने बताया कि शिक्षकों ने बच्चों के साथ संवाद स्थापित कर उनकी शैक्षणिक आवश्यकताओं को समझने की कोशिश की है। इसके माध्यम से वे बच्चों को व्यक्तिगत रूप से पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित कर रहे हैं।
सीखने की लय बनाए रखने का प्रयास
शीतकालीन अवकाश में बच्चों का सीखने का क्रम टूट न जाए, इसके लिए शिक्षकों ने यह पहल की है। शिक्षक न केवल शिक्षण सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं, बल्कि नियमित रूप से बच्चों से संवाद कर उनकी प्रगति की जानकारी भी ले रहे हैं।
अभिभावकों का सहयोग
अभिभावकों ने भी शिक्षकों की इस पहल की सराहना की है। उनका कहना है कि शिक्षकों की इस सक्रियता से बच्चों की पढ़ाई में रुचि बनी रहेगी और वे अवकाश के दौरान भी अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहेंगे।
यह पहल शिक्षकों के समर्पण और बच्चों की शिक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। शीतावकाश के बावजूद शिक्षा का यह प्रयास प्रशंसा के योग्य है।