काकोरी: महिपतमऊ इलाके में मंगलवार को दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। सरकारी स्कूल के शिक्षक यहय्या अंसारी के 27 वर्षीय बेटे दिलशाद अंसारी ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह कर लिया। घटना के दौरान उसकी चीख-पुकार सुनकर बहनों ने शोर मचाया। पड़ोसियों की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ा गया और किसी तरह दिलशाद के कपड़ों में लगी आग बुझाई गई।
घटना की सूचना पाकर दुबग्गा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और दिलशाद को गंभीर हालत में केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई।
नशे की लत बनी आत्मदाह की वजह
दिलशाद की बहन सदफ के मुताबिक, वह नशे की लत से परेशान था। इस आदत की वजह से परिवार के साथ उसके संबंध खराब हो चुके थे।
कुछ समय पहले उसने अपनी मां से झगड़ा किया था, जिसके बाद वह मलिहाबाद में रहने लगीं। दिलशाद भी बहनों से दूरी बनाकर अकेले रहता था।
घटना का विवरण
मंगलवार दोपहर दिलशाद ने पहली मंजिल पर बने कमरे में तारपीन का तेल डालकर खुद को आग लगा ली। बहनों ने उसकी चीख सुनकर तुरंत मदद के लिए शोर मचाया।
पड़ोसियों और पुलिस की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टर उसकी जान नहीं बचा सके।
पुलिस जांच जारी
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण नशे की लत और पारिवारिक विवाद माना जा रहा है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस ने परिवार से घटना के संदर्भ में बयान दर्ज कर लिए हैं।