तीन दर्जन शिक्षकों को चेहरे के मिलान के बाद मिली क्लीन चिट


Muzaffarpur: तीन दर्जन से अधिक शिक्षकों के पहचान संबंधी विवाद को सुलझाने के लिए उनके चेहरे का मिलान किया गया, जिसके बाद उन्हें क्लीन चिट दी गई। ये वे शिक्षक हैं जिनके थंब इंप्रेशन (अंगूठे के निशान) का सत्यापन नहीं हो पाया और फोटो से पहचान में भी अस्पष्टता बनी रही।

सक्षमता परीक्षा के दौरान पहचान में समस्या

दूसरे चरण की सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों की काउंसलिंग के तीसरे दिन सबसे अधिक मामलों में थंब इंप्रेशन का मिलान नहीं हो सका। कुल तीन दिनों में लगभग तीन दर्जन शिक्षक ऐसे पाए गए, जिनके अंगूठे के निशान बार-बार प्रयास के बावजूद सिस्टम में सत्यापित नहीं हो पाए।

थंब इंप्रेशन की चुनौती

कुछ अभ्यर्थी वैसलीन लगाकर दोबारा पहुंचे तो उनके थंब इंप्रेशन मिल गए। हालांकि, कई शिक्षकों का अंगूठे का निशान दो-तीन बार प्रयास के बाद भी नहीं मिल सका। तीसरे दिन पांच प्रखंडों के शिक्षकों की जांच अलग-अलग शिड्यूल में की गई। पहले दिन की भारी भीड़ और अव्यवस्था को देखते हुए तीसरे दिन शिक्षकों की संख्या को सीमित रखा गया।

चेहरे के मिलान का निर्णय

जब थंब इंप्रेशन और फोटो सत्यापन दोनों में समस्या आई, तो विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) अजय कुमार सिंह ने बताया कि ऐसे मामलों में शिक्षकों के चेहरे का राज्य स्तर पर मिलान किया जाएगा। चेहरा पहचान सत्यापन के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

विशेष सूची बनाई गई

थंब इंप्रेशन और फोटो मिलान में समस्या वाले शिक्षकों की सूची अलग रखी गई है। डीईओ ने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही इन शिक्षकों को कार्य करने की अनुमति दी जाएगी। विभाग ने स्पष्ट किया कि सत्यापन के लिए आवश्यक तकनीकी उपाय अपनाए जा रहे हैं ताकि कोई भी योग्य अभ्यर्थी वंचित न रह जाए।

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