उन्नाव में शिक्षा विभाग का खेल: शिक्षिका 10 साल में 1800 दिन अवकाश पर


Utter Pradesh, Unnao: बेसिक शिक्षा विभाग में लापरवाही और अनियमितताओं का एक और मामला सामने आया है। नवाबगंज ब्लॉक के दरियापुर प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका सायमा जैदी ने अपनी 10 साल की नौकरी के दौरान करीब 1800 दिन का अवकाश लिया है। इनमें 400 से अधिक मेडिकल और चाइल्ड केयर लीव शामिल हैं। खास बात यह है कि ऐसे अवकाश, जो राज्यपाल की स्वीकृति से दिए जाने चाहिए, उन्हें बीएसए स्तर पर स्वीकृत कर दिया गया।

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने स्कूल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि विद्यालय में 113 छात्र पंजीकृत हैं, लेकिन शिक्षिका अनुपस्थित थीं। प्रधानाध्यापिका नसरीन बानो ने बताया कि शिक्षिका सायमा जैदी असाधारण अवकाश पर हैं और फिलहाल विदेश में हैं।

पोर्टल पर दर्ज नहीं अवकाश

श्याम त्रिपाठी ने जब अवकाश संबंधी अभिलेखों की जांच की, तो पता चला कि कई अवकाश पोर्टल पर दर्ज ही नहीं हैं। बीईओ इंद्रा देवी ने स्वीकार किया कि अधिकतर अवकाश पोर्टल पर नहीं दिख रहे। अभिलेख खंगाले जा रहे हैं, और इस संबंध में प्रमुख सचिव से मुलाकात कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

नियमों की अनदेखी

नियमों के अनुसार, शिक्षिका को लंबे समय तक असाधारण अवकाश राज्यपाल की स्वीकृति से मिल सकता था। लेकिन, बीएसए स्तर से इसे स्वीकृत करना नियमों का उल्लंघन है।

अब सवाल उठता है कि शिक्षा विभाग की इस लापरवाही के पीछे कौन जिम्मेदार है। क्या यह प्रशासनिक लापरवाही है, या फिर विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत? मामले की जांच जारी है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।

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