बच्चे को लग जाए करंट तो तुरंत करें ये काम‌ | What to do after electrocution


Remedies For Electrocution: बच्चे बहुत भोले होते हैं, अक्सर वो अच्छे बुरे चीजों में फर्क नहीं समझ पाते हैं, वहीं बाल्यावस्था में बच्चों का मन बेहद जिज्ञासु होता है बच्चे अपने आसपास की वस्तुओं को छुना चाहते हैं नजदीक से देखना चाहते हैं, ऐसे में कई बार बच्चे घर की फर्नीचर, दिवारों पर लगे बिजली के स्वीच और वायरिंग, साकेट को छूने/स्पर्श करने की कोशिश करते हैं, उन्हें इसके बारे में पता नहीं होता है, वहीं ऐसे में कई बार उन्हें करेंट का तेज झटका लग जाता है, जिसके बाद जल्दीबाजी में माता पिता को समझ नहीं आता है कि आगे क्या करना है, बच्चे को कैसे बचाना है, माता पिता टेंशन में आ जाते हैं, तो आइए जानते हैं कि अगर बच्चे को बिजली का झटका लग जाएं तो तुंरत क्या करना चाहिए, इन आसान उपायों से आप बच्चे की जान तो बचा सकते हैं साथ ही बच्चे को मिनीमम नुकसान ही पहुंचेगा‌।

तुरंत बिजली का कनेक्शन करें बंद

बिजली का करंट लगने पर आपको सर्वप्रथम साकेट/स्वीच का कनेक्शन कट कर देना चाहिए, जिससे उसमें बिजली की सप्लाई बंद हो जाएं। जितना जल्दी हो सके बिजली को कट कर दें, अगर हो सके तो मीटर बोर्ड से मेन स्विच को ही बंद कर दें, जिससे करेंट लगना भी बंद हो जाएगा और अन्य लोग भी करंट का शिकार होने से बच जाएंगे।

इंसुलेटेड वस्तु से हटाएं

आप इंसुलेटेड वस्तु की मदद से बच्चे को करेंट की सम्पर्क में आने वाली वस्तु से अलग कर सकते हैं, इंसुलेटेड वस्तु जैसे – प्लास्टिक की छड़, सूखी लकड़ी, रबर की जूती का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपके घर में ये सामान ना हो तो आप तौलिया, कपड़ा आदि के मदद से भी कर सकते हैं, ध्यान रहे आप इन चीजों का उपयोग करके खुद को भी करेंट लगने से बचा सकते हैं, अगर आप पीड़ित को सीधे बिना किसी सुरक्षा के छुने जाएंगे तो आपको भी झटका लग सकता है।

बच्चे को गर्म रखें

करेंट लगने से ऊर्जा का बहुत नुक्सान होता है और शरीर की गर्मी कम हो जाती है, करेंट लगने से शरीर का तापमान भी गिर जाता है ऐसे में बच्चे को आराम कराएं और उसे गर्म रखें, गर्म रखने से बच्चे के शरीर को स्थिर तापमान पर लाया जा सकता है, आप बच्चे को गर्म रखने के लिए गर्म कपड़े में लपेट सकते हैं या फिर शरीर के संपर्क में रखकर या फिर अपनी गोद में रखकर भी गर्म रख सकते हैं।

साफ पानी से धोएं

करेंट लगने के तुरंत बाद चिकित्सकीय देखभाल बहुत जरूरी है, इसलिए बच्चे के शरीर पर कोई भी पोटली या दवा ना लगाकर उसे साफ पानी से धोएं, जिसके बाद उसे तुरंत डाक्टर के पास लेकर जाएं जिससे उसका समय पर उचित इलाज हो सके।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गए तरीके, विधि और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।